Chandrayaan 3 के चांद पर एक हफ्ते पूरे, जानिए अभी तक क्या मिशन हुए पूरे और क्या काम बाकी
Chandrayaan 3 Updates: चंद्रयान 3 को चांद की सतह पर एक हफ्ते पूरे हो गए हैं. इस दौरान प्रज्ञान रोवर कई अहम जानकारी भी शेयर कर रहा है. जानिए एक हफ्ते से क्या मिली जानकारी और क्या है आगे का मिशन.
Chandrayaan 3 Updates: चंद्रयान 3 को चांद पर एक हफ्ते पूरे हो गए हैं. 23 अगस्त को शाम 06.03 बजे विक्रम लैंडर ने चांद की सतह पर लैंडिंग कर इतिहास रच दिया था. इसके बाद प्रज्ञान रोवर विक्रम लैंडर से अलग होकर चांद की सतह पर फिलहाल अपने मिशन पूरे कर रहा है. प्रज्ञान रोवर ने चांद के दक्षिण ध्रुव की मिट्टी के तापमान से जुड़ी अहम जानकारी शेयर की थी. वहीं, इसरो भी लगातार रोवर से जुड़े अपडेट शेयर कर रहा है. प्रज्ञान रोवर के धरती के 14 दिन के बराबर चांद पर वक्त बिताएगा.
Chandrayaan 3 Updates: चांदी की मिट्टी का तापमान
प्रज्ञान रोवर ने चांद के मिट्टी के तापमान की जानकारी शेयर की थी. इसरो ने ट्वीट कर बताया था कि चंद्र सर्फेस थर्मोफिजिकल एक्सपेरिमेंट (ChaSTE) के जरिए बताया था कि चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव की मिट्टी का न्यूनतम तापमान -10 डिग्री सेलसियस और अधिकतम तापमान 70 डिग्री सेलसियस तक है. इसरो के मुताबिक प्रज्ञान रोवर के पेलोड में तापमान को मापने का यंत्र लगाया हुआ है. ये सतह के नीचे 10 सेंटीमीटर गहराई तक पहुंच सकता है.
Chandrayaan 3 Updates: गड्ढे के अंदर जाने से बचा था प्रज्ञान रोवर
इसरो ने ट्वीट कर बताया था कि प्रज्ञान रोवर के सामने चांद की सतह पर क्रेटर आ गया था. ये क्रेटर चार मीटर व्यास का है. रोवर से ये केवल तीन मीटर की दूरी पर था. हालांकि, रोवर ने पहले ही रास्ता बदल दिया. रोवर के पास बहुत बड़े गड्ढे या बोल्डर को पार करने की क्षमता नहीं है. वहीं, इसरो के मुताबिक रोवर चांद के दक्षिण ध्रुव की सतह पर इन सीटू एक्सपेरिमेंट कर रहा है. फिलहाल सभी पे लोड अभी नॉर्मल फंक्शन कर रहे हैं.
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
प्रज्ञान रोवर अब एक हफ्ता और चांद की सतह पर रहेगा. प्रज्ञान रोवर को ज्यादा से ज्यादा चांद की सतह पर चलाया जा रहा है ताकी अधिकतम डाटा को जुटाया जा सके. पृथ्वी के 14 दिन चांद के एक दिन के बराबर होते हैं. रोवर की बैटरी सूरज की किरणों से चार्ज होती है. चांद पर सूरज के ढलते ही रोवर काम करना बंद कर देगा. ऐसे में इसरो का मिशन भी यही है कि रोवर चांद के दक्षिण ध्रुव में जितना ज्यादा हो सके उतनी ज्यादा दूरी को तय कर जानकारी को जुटा सके.
03:47 PM IST